प्रधानमंत्री जन औषधि योजना 2025: सस्ती दवाइयों की पहुंच हर आम नागरिक तक
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना (Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Pariyojana – PMBJP) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर के नागरिकों को कम कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराना है। यह योजना खासतौर पर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है:
- आम लोगों को सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराना
- स्वास्थ्य खर्च को कम करना
- जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देना
योजना की शुरुआत
- योजना की शुरुआत सबसे पहले 2008 में “जन औषधि योजना” के नाम से हुई थी।
- मार्च 2016 में इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) रखा गया।
योजना के मुख्य लाभ
- ब्रांडेड दवाइयों के मुकाबले 50% से 90% तक सस्ती दवाइयाँ।
- पूरे देश में जन औषधि केंद्रों के ज़रिए उपलब्धता।
- गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं – सभी दवाइयाँ WHO-GMP सर्टिफाइड कंपनियों से ली जाती हैं।
- जीवन रक्षक दवाओं की लागत में बड़ी राहत।
जन औषधि केंद्र क्या है?
जन औषधि केंद्र ऐसे मेडिकल स्टोर होते हैं जहाँ केवल जन औषधि ब्रांड की जेनेरिक दवाएं ही बेची जाती हैं।
2025 तक देशभर में 10,000+ जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं।
कौन खोल सकता है जन औषधि केंद्र?
- कोई भी प्राइवेट व्यक्ति, NGO, फार्मासिस्ट, या डॉक्टर यह केंद्र खोल सकता है।
- इसके लिए सरकार ₹5 लाख तक की आर्थिक सहायता भी देती है।
आवेदन कैसे करें?
- जन औषधि की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Apply for Kendra” सेक्शन में फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें जैसे:
- आधार कार्ड
- PAN कार्ड
- फार्मेसी डिग्री/रजिस्ट्रेशन
- दुकान का किरायानामा या स्वामित्व दस्तावेज़
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- फार्मासिस्ट का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- दुकान/स्थान का रजिस्ट्रेशन
- पासपोर्ट साइज फोटो
योजना से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक
- आधिकारिक वेबसाइट: https://janaushadhi.gov.in
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-180-8080 (टोल फ्री)
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना एक ऐतिहासिक पहल है जो स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। यह योजना न केवल लोगों की दवाओं पर होने वाला खर्च कम कर रही है, बल्कि रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर भी प्रदान कर रही है।